उपलब्धियाँ
उपलब्धियाँ
• डॉ० शैलेन्द्र कुमार सिंह-अध्यापक, हरियाणा- ‘संस्था में बेहतर दुनिया के लिए प्रयासरत लोग हैं।
• डॉ० भरत मिश्र – Director – RGS college of pharmacy, Itaunja, lucknow ‘संस्था मेरे लिए जीवन जीने का एक तरीका है।’
• डॉ० धरमवीर पंजवानी, professor and head of department of pharmacology, higia institute of phaemaceutical education and research, lucknow-संस्था ने जीवन जीने की कला सिखाया है।
• महफूज मोहम्मद, – छोटी अटकने जीवन के बड़े उद्देश्य को प्रभावित करती हैं, इन अटकनों से मुक्त करने के लिए साकार संस्था का हृदय से धन्यवाद ।’
• श्री विनय पाल सिंह, computer engineer- साकार संस्था से हमने सीखा कि अगर आप हार नहीं मानते तो आपको कोई हरा नहीं सकता।’
• श्री त्रिपुरेश – ‘खुद को पाने के सफर में जो कोई भी हो साकार संस्था उसे संवारती है, सहेजती है आत्मउपलब्ध होने के तरीके प्रदान करती है।’
• श्रीमती मोनिका, सदस्य- ‘साकार संस्था जीवन के उतार चढ़ाव में सकारात्मक पक्ष को मजबूत बनाए रखती है। खाली दिमांग को खुले दिमांग में परिवर्तित करने का कार्य भी साकार ने बखुबी किया है। साकार संस्था जीवन के उच्चतम उद्देश्यों तक पहुँचने के लिए छोटी-छोटी भूमिकाएँ निभाती है जो कि बहुत महत्वपूर्ण हैं। साथ ही साकार संस्था हमें प्रकृति से जोड़ने का भी कार्य करती है, जिससे हमारे अन्दर सकारात्मक उर्जा का संचार होता है और सकारात्मक उर्जा हमें दुख से बाहर निकाल लेती है।’
• श्री करुणा शंकर, खाद्य संरक्षा अधिकारी, लखनऊ- ‘साकार से जीवन जीने की सहजता की राह सरल हुई है।’
• श्री संदीप बाजपेई, व्यवसायिक, दिल्ली – साकार ने हमें जीवन को समझने का दृष्टिकोण प्रदान किया है।
• श्रीमती अपणा, अध्यापिका – ‘साकार सहयोगी और विश्वसनीय लोगों की एक ऐसी संस्था है जो धर्म और जाति से ऊपर मानवता को स्थान देती है।’
• प्रो० अनुराधा विनायक, सेवानिवृत्त प्रोफेसर, के० के० वी० पी० जी० कॉलेज, लखनऊ।–‘साकार रचनात्मक दृष्टिकोण को संवेदनशीलता सहित अभिव्यक्ति की प्रगतिशील संस्था है।’
• सुश्री गोल्डी देवी, सरकारी सेवारत, पुलिस विभाग, झाँसी – साकार से हमें हर परिस्थिति में सकारात्मक रहने उर्जा मिलती है।’
• श्री राहुल, अध्यापक – साकार में रहकर जीवन साकार है।
• डॉ० भूपेन्द्र रतन, असि० प्रोफेसर, मैनपुरी – साकार परिवार मित्रों का एक समूह
है, जो एक दूसरे की मदद के लिए सहज उपलब्ध रहते हैं।’
• डॉ० गीता रानी, प्रोफेसर, के० के० वी० पी० जी० कॉलेज ‘जीवन स्वप्न करे ‘साकार’
• डॉ० कीर्ति शिवानी, दिल्ली-जीवन के लक्ष्यों व संघर्षो में साथ खड़े रहने आधार है साकार ।
• श्रीमती एकता अच्छे लोगों से जुड़े और जूड़े रहने का माध्यम ।
• डॉ० शंशाक, असि० प्रोफेसर – चौधरी छूटूराम पी० जी० कॉलेज, मुजफ्फरनगर- ‘जीवन की वास्तविक सार्थकता के दृष्टिकोण जगाती है साकार संस्था ।’
• डॉ० अजीत, असि० प्रोफेसर – सपने देखना और और उन्हें साकार करने के लिए चिंतन करना साकार ने सिखाया है।
• श्रीमती प्रवीणा, अध्यापिका – साकार ने जीवन का सपना साकार कर दिया ।
• डॉ0 अंजलि, प्रोफेसर, – हिन्दी विभाग, के० के० वी० पी० जी० कॉलेज – साकार आपको वह धरातल देती है जहाँ आप स्वयं हो सकते हैं।’
• श्री दुर्गेश सिंह, विद्यार्थी – साध्य को प्राप्त करने के लिए साधन की आवश्यकता होती है, हमारी आँखों ने जो सपने सजाए हैं उनको निश्चित आकार देने का माध्यम है साकार
• श्री रोहित सिंह, आजमगढ़-‘अच्छे लागों से अच्छी बातें सीखने का एक माध्यम ।
• श्री विपिन, विद्यार्थी दिल्ली । – जीवन की मुख्य धारा को सामाजिक धारा से जोड़ना और राष्ट्रीय एकता अखंडता को बनाए रखना की इस संस्था का मुख्य उद्देश्य है।’
• डॉ० सौरभ मिश्र – प्रोफेसर, – प्राचीन भारतीय इतिहास विभाग शशिभूषण बालिका विद्यालय, लखनऊ- ‘साकार सदैव जीवन को सकारात्मक दिशा प्रदान करती है ।’